अमेरिका में संक्रमण के शुरुआती दिनों में 64 फीसदी जांच रिपोर्ट गलत आने की आशंका: अध्ययन

अमेरिका में संक्रमण के शुरुआती दिनों में 64 फीसदी जांच रिपोर्ट गलत आने की आशंका: अध्ययन

सेहतराग टीम

कोरोना वायरस का कहर पूरी दुनिया में हैं। लेकिन पूरी दुनिया अमेरिका ऐसा देश है जो इस वायरस से ज्यादा प्रभावित है। यही नहीं हाल ही के अध्ययन में कहा गया कि, अमेरिका में संक्रमण के शुरुआती दिनों में जांच रिपोर्ट गलत आने की आशंका है। शोध से पता चला है कि पहले चार दिनों में जांच से 64 फीसदी रिपोर्ट फॉल्स निगेटिव आ सकती है।

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जॉन्स हॉपकिंस मेडिसिन यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं का दावा है कि आठ दिनों के भीतर जांच होने पर पांच में से एक रिपोर्ट फॉल्स निगेटिव होती है। वैज्ञानिकों का दावा है कि अमेरिका में करीब 19 लाख से अधिक ऐसे मामले हैं। यानी मरीजों का आंकड़ा मौजूदा आंकड़े से अधिक हो सकता है।

डॉक्टर लॉरेन कुरिका के मुताबिक, निगेटिव रिपोर्ट या लक्षण नहीं होने का मतलब यह नहीं है कि संक्रमण नहीं है। एनल्स ऑफ इंटरनल मेडिसिन में प्रकाशित सात वैज्ञानिकों और 1,330 मरीजों पर हुए अध्ययन के मुताबिक, फॉल्स निगेटिव वाले ही सबसे ज्यादा संक्रमण फैलाने वाले (सुपर स्प्रेडर) की भूमिका में हैं। इसी से कोरोना की कड़ी तोड़ना मुश्किल हो रहा है।

 

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